Comment are off
सत्य वचन
असत्य कितनी भी बार दोहराया जाये, असत्य ही रहता हैं । हाँ, कुछ देर तक ओझल तो हो जाता हैं इसीलिए सुनने वालों क़ो असत्य ही सत्य प्रतीत होने लगता हैं । परंतु याद रहे सत्य ही शाश्वत हैं ।
अतः किसी के बारे मेँ बिना बिचारे अपनी राय मत बनाइये वरना पश्चाताप ही होगा ।
सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य”