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जीवन दर्शन मेरी नजर से
जीवन दर्शन मेरी नजर से..
जब आवश्यक हो तभी बोले । बोलने से ज्यादा सुनने का अभ्यास करे । निष्पक्ष होकर आंकलन करे। फिर देखे आपका व्यक्तित्व निखरता भी है और मुखर भी होता है ।
सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य “
सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य “