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सत्य वचन
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शिक्षक गुरु
विषय का ज्ञान होना, विद्वान होना हैं । ज्ञान का प्रसार करना एक बड़ी सेवा हैं । परंतु विषय को जीना औऱ छात्रो को उसका अनुभव कराना, गुरुत्त्व हैं जो शिक्षक बनने से गुरु होने तक की एक यात्रा हैं ॥
प्रणाम
सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य”