यदि आप किसी भी घटना क्रम को उसके सकारामक अर्थ में समझने की क्षमता रखते है तभी आप जीवन के हर पल और हर रूप का आनंद ले सकते है। फिर वो चाहे सुख हो या दुःख।। प्रणाम। स... Read More →
यदि आप दुसरे को खुश रखने की इच्छा और उसके प्रति करुणा नही रखते हो तब समझ लीजिये की आप प्रेम कर ही नही सकते। बस दिखावा कर सकते है।। प्रणाम स... Read More →
अपनों से बड़ो के प्रति सम्मान और श्रद्धा रखना सुसंस्कार का लक्षण है ।परन्तु मृत्यु के पश्चात् भी उनका स्मरण और सम्मान करना ही सच्चा श्राद्ध है। भारतीय संस्कृति को शत शत प्रणाम।। स... Read More →
जिस दिन से हमने अपनी गलती स्वीकार करनी सीख ली समझ लीजिये उसी दिन से हमारे जीवन के अनुभव में परिपक्वता आ जाती है और भविष्य में गलती न होने की भी सम्भावना बढ़ जाती है।। स... Read More →
जिस दिन से हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने लगते है उसी दिन से हमारा अनुभव परिपक्व होने लगता है और भविष्य में गलती न होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।।... Read More →