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सत्य वचन

मनुष्य कहाँ हैं शून्य आंखो मे अब स्पंदन कहाँ हैं । अज्ञान , अंधता , अतिशय यहाँ हैं । दुर्लभ हुई चेतन जीवन की आशा ॥ अब अस्तित्व रह गए मनुष्य कह...
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सत्य वचन

शुद्ध संकल्प से किये गये सतकर्म से जो प्राप्त होता हैं वही संतोष धन हैं । वही परम धन हैं । फिर यदि वो भौतिक संपत्ति भी हो तो उससे ...
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सत्य वचन

धन बल औऱ तन बल संपन्न मनुष्य प्रायः किसी अन्य को अपने आगे देखना पसंद नही करता हैं । ये रजो गुणी प्रवृति हैं। हाँ मन बल समृध्द व्यक्ति दूसरो...
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सत्य वचन

घर , परिवार, औऱ समाज की रीति, रिवाज, संस्कार कोई बोझ भार नही बल्कि ये सब सुरक्षा कवच हैं जो प्रगति की उड़ान के समय भ...
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सत्य वचन

प्रार्थना हे प्रभु ! हे ! परम दाता । तेरा सदा हमे ध्यान हो । भूल कर भी भूल ना हो । ऐसा हमे सद ज्ञान दो॥ स्वीकार कर ले , हर दशा क़ो , बदल ना पा...
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सत्य वचन

अहंकार (EGO)वास्तव मेँ हमारी असल स्वरूप के इर्द गिर्द हमारे ही द्वारा बुना गया एक बनावटी आवरण मात्र हैं जिसके कारण वो दिखता हैं जो हम हैं ही न...
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सत्य वचन

श्री राम कृष्ण सेवा संस्थान, आध्यात्मिक ज्ञान, चेतना , समाजिक सेवा, जन जागरण तथा “नर सेवा ही नारायण सेवा” के मूल मंत्र से पूरित शुद्ध...
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सत्य वचन

असत्य कितनी भी बार दोहराया जाये, असत्य ही रहता हैं । हाँ, कुछ देर तक ओझल तो हो जाता हैं इसीलिए सुनने वालों क़ो असत्य ही सत्य प्रतीत होने लगता हैं...
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