प्रार्थना हे प्रभु ! हे ! परम दाता । तेरा सदा हमे ध्यान हो । भूल कर भी भूल ना हो । ऐसा हमे सद ज्ञान दो॥ स्वीकार कर ले , हर दशा क़ो , बदल ना पाये हम , जिन्हें । बदल ... Read More →
अहंकार (EGO)वास्तव मेँ हमारी असल स्वरूप के इर्द गिर्द हमारे ही द्वारा बुना गया एक बनावटी आवरण मात्र हैं जिसके कारण वो दिखता हैं जो हम हैं ही नही । इसी भ्रमवश हम एक दिन सब... Read More →
श्री राम कृष्ण सेवा संस्थान, आध्यात्मिक ज्ञान, चेतना , समाजिक सेवा, जन जागरण तथा “नर सेवा ही नारायण सेवा” के मूल मंत्र से पूरित शुद्ध संकल्प के साथ स्वास्थ... Read More →
असत्य कितनी भी बार दोहराया जाये, असत्य ही रहता हैं । हाँ, कुछ देर तक ओझल तो हो जाता हैं इसीलिए सुनने वालों क़ो असत्य ही सत्य प्रतीत होने लगता हैं । परंतु याद रहे सत्य ... Read More →
शांति , संतोष , प्रेम, धैर्य, स्वच्छता, पवित्रता औऱ आत्मविश्वास इन सातों का व्यक्तित्व मे समावेश औऱ सन्तुलन मनुष्य को सतोगुणी बनाता हैं । अच्छे बनो सच्च... Read More →
आप कभी कोई गलती नहीं करते । ये आपकी गलत फहमी तो हो सकती है , आपकी श्रेष्ठता नहीं । आप दूसरों की भूल माफ कर दे औऱ उसके भाव को भी समझे , इसमें आपकी श्रेष्ठता है और यही होगा... Read More →