माता-पिता का आशीष उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है – याज्ञिक जी
अटल चौक, वसुन्धरा, गाज़ियाबाद – श्री राम कृष्ण सेवा संस्थान वसुंधरा द्वारा आयोजित महाशिवपुराण कथा आयोजन के पांचवे दिन व्यास पीठासीन “याज्ञिक” जी महराज ने पुत्र गणेश के द्वारा माँ पार्वती औऱ पिता शिव की परिक्रमा प्रसंग को समझाते हुए बताया की सन्तान के लिये माता पिता ही चलते फिरते साक्षात भगवान हैं । अतः माता पिता औऱ घर के बड़े बुजर्ग की सेवा पुत्र को जगत पूज्य बना देती हैं। यही उन्नति का साधन है। शिव औऱ जालंधर युध्द, सती वृंदा के सतीत्व आदि प्रसंगों को संसार जगत से जोड़ते हुए महराज जी ने शिव पुराण मे वर्णित गूढ़ रहस्यों का अर्थ समझाया ।
आज महराज जी ने यह भी संदेश दिया कि जल औऱ वनस्पति का संरक्षण परम आवश्यक है । औऱ जल जैसे अनमोल तत्व का संरक्षण हम गृहस्थी बहुत आसानी से कर सकते हैं । समाज स्वस्थ रहेगा तो देश स्वस्थ होगा। ये राष्ट्र सेवा का भी एक उत्तम साधन है।
आज इस अवसर पर मंजू त्यागी पार्षद ,रोहताश शर्मा कमल पांडेय, सत्यप्रिय श्री वल्लभ, महेंद्र गुप्ता, विजय कुमार मिश्रा, राज कुमार पुजारी, सत्य प्रकाश शर्मा , अनुपम मिश्रा , हरी ओम शर्मा, राकेश कुमार गुप्ता , पीयूष तिवारी श्रीमती उषा ईश्वर, वर्षा, कुसुम, राज कुमारी पटेल , निशा जोशी, ममता बंसल , ममता सक्सेना , उमा गुप्ता आदि सैकडों महिला औऱ भक्त जनों ने कथा रस प्रवाह औऱ शिव भजन का आनन्द उठाया औऱ प्रसाद ग्रहण किया। क्षेत्रीय समाचार पत्रों ने भी इस कथा के समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया।