संतोष, संयम और सहनशीलता के प्रतीक हैं सुदामा : याज्ञिक जी
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सहारनपुर : 9 अप्रैल 2018 : श्री हरि मंदिर आवास विकास में श्री रामकृष्ण सेवा संस्थान के द्वारा आयोजित सप्ताह भर के श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का समापन करने से पूर्व कथाव्यास पं. जय प्रकाश याज्ञिक जी ने सुदामा और कृष्ण की मित्रता और भक्ति के रहस्य पर से पर्दा उठाते हुए बताया कि सुदामा जी ऐसे ही भगवत् भक्त हुए हैं जिन्होंने दुखों व अभावों को कभी अपनी और श्री कृष्ण की मित्रता के आड़े नहीं आने दिया। उनको जो भी मिला, संतोष के साथ ग्रहण किया। पत्नी के बार – बार समझाने पर जब वह श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे तो सारी बात हुईं पर उनके मुख से वही नहीं निकला जो उनकी पत्नी ने समझा कर भेजा था। उनका दृढ़ विश्वास था कि जीवन में प्रभु ने जो दिया है, वह कम नहीं और जो मिला है, उसे ही आवश्यकता पूर्ति का साधन समझना चाहिये। ... Read More →